सबसे पहले तो मेरी हार्दिक सुभकामनाएं आपको ...इस नयी सुबह के साथ आपको सफलता के नए आयाम मिलें, इस साल आपकी कीर्ति, यश दुगना हो जाये |
कल से ही एसएमएस, ई-मेल्स की बारिश तो हो रही होगी
मोबाइल के नेटवर्क भी जाम हो लिए |
वैसे तो दिन वैसे ही हैं, वैसा ही कोहरा , वैसी ही सर्दी ..वही सब कुछ ..नया कुछ है तो नए संकल्प, नए वायदे, जो पीछे छूट गया उसे अब पूरा करने का संकल्प ..बस इन्हीं मायनों में तो नया वर्ष है |
नहीं तो बस "कैलेंडर" बदलने भर जैसा है |
आपने क्या सोचा ? इस बार ..
हम क्या बताएं ....
बहुत कुछ नया सीखा 2010 में 2011 में उससे भी ज्यादा सीखने का संकल्प है
घरवालों की शिकायत रहती है ..पढाई के चक्कर में स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देते हो ..बस इस बार स्वास्थ्य पर ध्यान, योगा, जिम का प्लान ...दिनचर्या व्यवस्थित करने का संकल्प
और क्या बताएं ...कोई और बुरी लत ..भगवान की कृपा से अभी है नहीं ..आगे भी न पड़े ..उसी का ही संकल्प लेते है
आप भी बताएं
और आपके लिए "सर्वेश्वर दयाल सक्सेना" ये कविता लाया हूँ
जो आपके लिए है
नए साल की शुभकामनाएं...
नए साल की शुभकामनाएं...
खेतों की मेड़ों पर, धूल भरे पांव को,
कुहरे में लिपटे, उस छोटे-से गांव को...
नए साल की शुभकामनाएं...
नए साल की शुभकामनाएं...
जाते के गीतों को, बैलों की चाल को,
करघे को कोल्हू को, मछुए के जाल को...
नए साल की शुभकामनाएं...
नए साल की शुभकामनाएं...
इस पकती रोटी को, बच्चों के शोर को,
चौके की गुनगुन को, चूल्हे की भोर को...
नए साल की शुभकामनाएं...
नए साल की शुभकामनाएं...
वीराने जंगल को, तारों की रात को,
ठंडी दो बंदूकों में, घर की बात को...
नए साल की शुभकामनाएं...
नए साल की शुभकामनाएं...
इस चलती आंधी में, हर बिखरे बाल को,
सिगरेट की कशों पर, फूलों से ख़याल को...
नए साल की शुभकामनाएं...
नए साल की शुभकामनाएं...
कोट के गुलाब, और जूड़े के फूल को,
हर नन्ही याद को, हर छोटी भूल को...
नए साल की शुभकामनाएं...
नए साल की शुभकामनाएं...
उनको जिनने चुन−चुन कर ग्रीटिंग कार्ड लिखे,
उनको जो अपने गमले में चुपचाप दिखे...
नए साल की शुभकामनाएं...
नए साल की शुभकामनाएं...
====
एक बार फिर "राठौर परिवार" की तरफ से आपको तथा आपके परिवार को हार्दिक बधाईयां |
सादर
विक्रम सिंह राठौर (बड़े भईया)
राहुल प्रताप सिंह राठौर
रजत प्रताप सिंह राठौर (अनुज)
एवं समस्त परिवार
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कल से ही एसएमएस, ई-मेल्स की बारिश तो हो रही होगी
मोबाइल के नेटवर्क भी जाम हो लिए |
वैसे तो दिन वैसे ही हैं, वैसा ही कोहरा , वैसी ही सर्दी ..वही सब कुछ ..नया कुछ है तो नए संकल्प, नए वायदे, जो पीछे छूट गया उसे अब पूरा करने का संकल्प ..बस इन्हीं मायनों में तो नया वर्ष है |
नहीं तो बस "कैलेंडर" बदलने भर जैसा है |
आपने क्या सोचा ? इस बार ..
हम क्या बताएं ....
बहुत कुछ नया सीखा 2010 में 2011 में उससे भी ज्यादा सीखने का संकल्प है
घरवालों की शिकायत रहती है ..पढाई के चक्कर में स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देते हो ..बस इस बार स्वास्थ्य पर ध्यान, योगा, जिम का प्लान ...दिनचर्या व्यवस्थित करने का संकल्प
और क्या बताएं ...कोई और बुरी लत ..भगवान की कृपा से अभी है नहीं ..आगे भी न पड़े ..उसी का ही संकल्प लेते है
आप भी बताएं
और आपके लिए "सर्वेश्वर दयाल सक्सेना" ये कविता लाया हूँ
जो आपके लिए है
नए साल की शुभकामनाएं...
नए साल की शुभकामनाएं...
खेतों की मेड़ों पर, धूल भरे पांव को,
कुहरे में लिपटे, उस छोटे-से गांव को...
नए साल की शुभकामनाएं...
नए साल की शुभकामनाएं...
जाते के गीतों को, बैलों की चाल को,
करघे को कोल्हू को, मछुए के जाल को...
नए साल की शुभकामनाएं...
नए साल की शुभकामनाएं...
इस पकती रोटी को, बच्चों के शोर को,
चौके की गुनगुन को, चूल्हे की भोर को...
नए साल की शुभकामनाएं...
नए साल की शुभकामनाएं...
वीराने जंगल को, तारों की रात को,
ठंडी दो बंदूकों में, घर की बात को...
नए साल की शुभकामनाएं...
नए साल की शुभकामनाएं...
इस चलती आंधी में, हर बिखरे बाल को,
सिगरेट की कशों पर, फूलों से ख़याल को...
नए साल की शुभकामनाएं...
नए साल की शुभकामनाएं...
कोट के गुलाब, और जूड़े के फूल को,
हर नन्ही याद को, हर छोटी भूल को...
नए साल की शुभकामनाएं...
नए साल की शुभकामनाएं...
उनको जिनने चुन−चुन कर ग्रीटिंग कार्ड लिखे,
उनको जो अपने गमले में चुपचाप दिखे...
नए साल की शुभकामनाएं...
नए साल की शुभकामनाएं...
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एक बार फिर "राठौर परिवार" की तरफ से आपको तथा आपके परिवार को हार्दिक बधाईयां |
सादर
विक्रम सिंह राठौर (बड़े भईया)
राहुल प्रताप सिंह राठौर
रजत प्रताप सिंह राठौर (अनुज)
एवं समस्त परिवार
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