न न, मैं “ललित जी” की तुलना विनोद काम्बली से तुलना सिर्फ समय-अवधि के आधार पर कर रहा हूँ | वैसे “ललित शर्मा” का हिंदी ब्लोगिंग को दिया गया योगदान
सराहनीय है | आप तो हिंदी ब्लॉगिंग के सचिन हैं तो फिर “विनोद काम्बली” की
तरह यूँ कहाँ चल दिए ?
आप से एक लंबी पारी की उम्मीद है | मैं तो ठहरा एक “छोटा” ब्लोग्गर , आप लोगों को देखकर “उर्जा” और “उत्साह” मिलता है | जब आप लोग छोड़ के जायोगे तो फिर …..
खैर आपके इस फैसले के पीछे आपका कोई व्यक्तिगत कारण होगा, और आपने इस पर कई बार सोचा भी होगा | आप को “समीर जी” , “रवि रतलामी”,”दिनेश राय द्विवेदी” की तरह हर कोई हिंदी ब्लोग्गर “लंबे” काल तक देखना चाहता है |
मैं तो ये खबर सुनकर चौकन्ना रह गया | इतनी बड़ी घोषणा आप चुपके मे कर गए | आप जितने सक्रिय अभी थे, उस कम ही सही आप “ जाईये” मत ……
हम सब आपका इंतज़ार कर रहे है …..उम्मीद है आप १ या २ घंटे जरूर निकालेंगे और लिखेंगे भी |
10 टिप्पणियाँ:
राहुल, आप की बात सुन ली गई है। ललित शर्मा जी जल्दी ही वापस लौट रहे हैं।
बिल्कुल सही...
बहुत बढ़िया!
बदल जाये अगर माली......!
अगर ललित जी के प्रोफाइल का या उनके बलोग का एक लिंक अगर दाल देते तो .... |
"दिनेश जी" आपने तो खुश खबरी दे दी |
yeh acchi khabar hai ki unki waapsi ho rahi hai.....
ललित जी के यूँ अचानक जाने के निर्णय से हम भी बहुत आहत है |
.... लगता है "डबल सेन्चुरी" मारने का इरादा है शायद इसलिये ही आराम करने "गोवा" चल दिये हैं !!!!
दिनेश जी" ने तो खुश खबरी दे दी |बहुत बढ़िया!
राहुल प्रताप सिंह राठौड़ ji aaj aapke blog par aaya.... bada achha lagaa.
Bahut hi achaa. Lage Raho.
Tumhaare bade bhaai ki Shubhkaamnayen hain tumhaare saath.
All the best.
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