कल एक काम और मैंने बढ़िया किया | मेरा एक दोस्त जोकि इंग्लिश में ब्लोगिंग करता था| जब उसे हिंदी ब्लॉग दुनिया से भेंट करवाई, तो उसके मुंह से निकल ही पड़ा, "वाह ...यहाँ का तो नज़ारा ही कुछ और है | खैर इसको ब्लोगिंग में ज्यादा दिन नहीं हुए है | पर मैंने इन्हें हिंदी ब्लोगिंग के बारे में बताया और राजी कर ही लिया | अब ये अपने ब्लॉग कि एक हिंदी कॉपी (संस्करण) भी लिखते है| ये उत्तराखंड के रहने वाले है, इसलिए कुछ उच्चारण कि दिक्कत हो रही है, पर मैंने मदद करने का वायदा किया | आप भी एक बार इनसे भेंट कर लीजिये | ब्लोग्वानी और चिट्ठाजगत पर आवेदन कर दिया है | शामिल होने का इंतज़ार है |
शुक्रवार, 25 दिसंबर 2009
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7 टिप्पणियाँ:
ब्लोग्वानी और चिट्ठाजगत पर आवेदन कर दिया है | शामिल होने का इंतज़ार है | :)
शामिल होने में दिक्कत होवे तो सूचित करें, सेवक हाजिर है इस साधुवादी कार्य के लिए.
बहुत बढिया काम किया आपने तकनीकि से संबंधित हिन्दी चिट्ठों की अति आवश्यकता है क्योंकि यहां हम सभी को, ताउ-चाचा, बाबा-बैरागी, टीआरपी प्रेमी ब्लागर किस्म के प्रबंधक लोगों को हिन्दी में तकनीकि जानकारी की आवश्यकता है. धन्यवाद.
बधाई!
Ek achchhe karya ke liye badhai !
बहुत बढ़िया
बहुत उत्तम कार्य किया आपने! वैसे इनके हिन्दी चिट्ठे का नाम हिन्दीनेस्ट के बजाय 'तक्नीड़' बेहतर रहता।
एक बहुत ही नेक काम किया है आपने!
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